
शिव छत्रपती *
समय आया था बड़ा कठिन ।
यवनों ने सब लिया छिन ॥
थरथर काँपे बहने और माँ ।
खतरे में पड़ा महाराष्ट्र यहाँ ॥
चारों ओर पड़ा अकाल ।
जनता का बुरा हाल ॥
खाने को ना दाना पानी ।
सुबेदार करे अपनी मनमानी ॥
शुरु था रोज अत्याचार ।
बहू बेटीयों की चित्कार ॥
पाप की मर्यादा हुई पार ।
शहाजी भोसले ने उठायी तलवार ॥
पतिव्रता जीजा से उनका नाता था अटूट ।
कोख में जीजा के पल रहा था महाराष्ट्र का सपूत ॥
झूमा आकाश और झूमी धरती ।
जब जन्मा राजा शिव छत्रपति ॥
सुप्रसिद्ध कवी संजय मुकूंदराव निकम .गायत्री नगर स.न.13.प्लॉट न 35.मालेगाव जि नाशिक. पिन कोड 423203.