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शिव छत्रपति कवि संजय मुकुंद निकम इनकी कविता

शिव छत्रपति

शिव छत्रपती *

 

समय आया था बड़ा कठिन ।

यवनों ने सब लिया छिन ॥

 

थरथर काँपे बहने और माँ ।

खतरे में पड़ा महाराष्ट्र यहाँ ॥

 

चारों ओर पड़ा अकाल ।

जनता का बुरा हाल ॥

 

खाने को ना दाना पानी ।

सुबेदार करे अपनी मनमानी ॥

 

शुरु था रोज अत्याचार ।

बहू बेटीयों की चित्कार ॥

 

पाप की मर्यादा हुई पार ।

शहाजी भोसले ने उठायी तलवार ॥

 

पतिव्रता जीजा से उनका नाता था अटूट ।

कोख में जीजा के पल रहा था महाराष्ट्र का सपूत ॥

 

झूमा आकाश और झूमी धरती ।

जब जन्मा राजा शिव छत्रपति ॥

सुप्रसिद्ध कवी संजय मुकूंदराव निकम .गायत्री नगर स.न.13.प्लॉट न 35.मालेगाव जि नाशिक. पिन कोड 423203.

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